मास्टरबेशन से ऑर्गेज्म तक....
पुरुष सेक्स के लिए प्यार करता है और औरत प्यार के लिए सेक्स करती है - ख़ुशवंत सिंह (किताब -औरतें, सेक्स ,लव और लस्ट) पहली नजर में अमूमन महिलाओं और पुरुषों को यह वाक्य सही लगेगा। पर जवाब यह भी हो सकता है - '' aurat ko pyar ke liye sex karna sikhaya jata hai... Condition kiya jata hai.. kartvya karar diya jata hai... Warna wo sex ke liye sex kare ... Pyar ke liye sex zaruri nahi.. sex kisi se bhi kiya ja sakta hai.. uske liye pyar koi anivarya element nahi. Purush sex ke liye pyar ka swang hi isliye karta hai ki wo aurat ko bandh sake ... Taki wo apni sex ki chah ke liye premi par hi nirbhar rahe.'' फेसबुक के एक ग्रुप में चली चर्चा में यह मेरा जवाब था। आभासी लाइक-कमेंट के बाद इसी विषय पर एक साथी से बात होने लगी। वह बोलीं- यह वाक्य पढ़कर वे भावुक हो गईं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में असहमति जताई, जो अच्छा ही था.. क्योंकि सहमति जतातीं तब शायद हम इस बात पर इतनी बात न करते और नए निष्कर्ष तक न पहुंचते। भारत में लड़कियों को यौन हिंसा के बारे में तो बहुत जानकारी है, क्योंक